Tuesday 22 September 2015

तो क्या कृषिमंत्री के नाकामी के कारण मोतिहारी चीनीमिल के गन्ने का मिठास अब तक नहीं ले पाये P.M ??????

बात लोकसभा चुनाव के पहले की है जब बीजेपी के प्रधानमन्त्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी चुनावी सभा को सम्बोधित करने मोतिहारी स्थित गांधी मैदान आये थे...तब उन्होंने मंच से सरकार बनने पर  किसानो की समस्या व् चीनीमिल को सुचारू ढंग से चलने का वादा किये थे और कहा था की "मै दिल्ली में चंपारण के गन्ने का मिठास लेंना चाहता हु "....

    तब गन्ना किसानो के बीच उम्मीद क एक किरण जली  थी की अब उनके गन्ना का बकाया कर्ज मिल जाएगा व् चीनी मिल के पुनः शुरू होने से उनके रोजगार व् गन्ना उद्योग को एक नया आयाम मिलेगा....चुनाव हुई बीजेपी की सरकार बानी अब किसानो की नजर कृषि मंत्रालय पर थी ....वह दिन भी आ गया जब किसानो व् कृषि  का मंत्रालय भी हमारे  मोतिहारी सांसद राधामोहन सिंह जी को मिला ...अब किसान निश्चिंत हो गए थे की उनका बकाया जरूर वापस मिलेगा व् चीनी मिल भी चलने लगेगा...
किसानो ने इसलिए जश्न भी मनाया....लकिन चुनाव के बाद से लेकर अब तक कुल १ वर्ष ३ माह से अधिक समय में न तो कृषि मंत्री ने और न ही कृषि मंत्रायलय ने किसानो की सुधि ली है और न ही चीनी मिल शुरू करने को लेकर कोई ठोस पहल किया है...जब भी कृषि मंत्री मोतिहारी मोतिहारी होते है किसानो का गुट उनसे अवश्य ही मिलता है...और  फिर चलता है वही आश्वासनों का दौर
                वर्तमान में मोतिहारी चीनीमिल की स्थिति बद से बदतर  हो गई है...कोई भी जनप्रतिनिधि इसकी सुधि तक लेना वाजिब नहीं समझता ...चीनीमिल के कर्मचारी आवासो पर आम लोगो का कब्जा है...बस किसान ही है जो अब तक अपनी टकटकी लगाये चीनीमिल के तरफ देख रहे है
 की कब उनका बकाया मिलेगा......और वे टकटकी लगाये भी क्यों न आखिर मेहनत से फसल उगाये है...इनके मेहनत को वे राजनेता क्या जाने जो बस चुनावो के समय २-३ माह के लिए सरको पर होते है...फिर अपनी शानदार AC  वाहनो में...वे किसानो के भावनाओ को नहीं समझते तभी तो हमारे कृषि मंत्री जी ने यह बयां दिया था की "फसल क्षति से नहीं लव अफेयर व् नपुंसकता से आत्महत्या करते है किसान"
                सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री पुनः मोतिहारी आ रहे है चुनावी सभा करने.... संभवतः १३ अक्टूबर को गांधी मैदान मोतिहारी  में उनकी सभा होगी....अगर बात पुनः चीनीमिल की होती है तो PM  को क्या जवाब देंगे हमारे परमादरणीय बरबोले व् किसानो को हीन दृस्टि से देखने वाले कृषि मंत्री राधामोहन सिंह....
                                 सभी तथ्यों को पढ़ने के बाद आपको भी यही लगता होगा की कृषि मंत्री के चलते अब तक चंपारण के गन्ने का मिठास नहीं ले पाये प्रधानमंत्री|



लेखनी:- विकाश जी
संपर्क सूत्र :-7870213118

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